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करिश्मा कपूर के बच्चों ने पिता की संपत्ति के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया

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संजय कपूर की संपत्ति विवाद

अभिनेत्री करिश्मा कपूर के दोनों संतानें अपने दिवंगत पिता संजय कपूर की संपत्ति में हिस्सेदारी के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। इस मामले की सुनवाई 10 सितंबर को होने की संभावना है, जिसमें संजय कपूर की वसीयत को चुनौती दी गई है।


याचिका में यह दावा किया गया है कि न तो संजय कपूर ने वसीयत का उल्लेख किया और न ही उनकी सौतेली मां प्रिया कपूर या किसी अन्य व्यक्ति ने इसके अस्तित्व की जानकारी दी। इसमें यह आरोप भी लगाया गया है कि प्रिया का व्यवहार इस बात का संकेत है कि 'कथित वसीयत' उनके द्वारा बनाई गई है।


अदालत से प्रिया सचदेव पर रोक लगाने की मांग

करिश्मा कपूर के बच्चों ने अदालत से यह भी अनुरोध किया है कि जब तक मामला सुलझ नहीं जाता, प्रिया सचदेव को वसीयत निष्पादित करने से रोका जाए।


संजय कपूर के निधन के बाद संपत्ति विवाद

संजय कपूर का निधन 12 जून, 2025 को लंदन में हुआ था, जिसके बाद 30,000 करोड़ रुपये की संपत्ति को लेकर विवाद उठ खड़ा हुआ है। हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया गया कि करिश्मा अपने पूर्व पति की संपत्ति में हिस्सेदारी के लिए कानूनी विकल्प तलाश रही हैं।


इस विवाद में एक नया मोड़ तब आया जब संजय की तीसरी पत्नी प्रिया सचदेव की बेटी सफीरा ने अपना उपनाम 'चटवाल' हटाकर 'कपूर' अपना लिया। उद्योग के जानकारों का मानना है कि यह बदलाव केवल प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि एक रणनीतिक कदम हो सकता है, जिसका उद्देश्य विरासत में अपनी हिस्सेदारी को मजबूत करना है।


संजय कपूर की बहन का बयान

संजय कपूर की बहन मंधीरा कपूर ने भी प्रिया सचदेव पर आरोप लगाया है कि उनकी मां को कानूनी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा, "वे हमें कौन से कागज़ नहीं दिखा रहे हैं जिन पर उन्होंने हस्ताक्षर करवाए हैं? मेरी मां को बंद दरवाज़ों के पीछे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया।"


मंधीरा ने आगे कहा, "वास्तव में, वहाँ दो दरवाज़े थे- एक अंदर और एक बाहर। इसलिए वह मेरी आवाज़ नहीं सुन पा रही थीं। उन्होंने शोक की अवधि के दौरान कुछ कागज़ों पर हस्ताक्षर किए थे। वह गहरे शोक में थीं।"


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